Steps And Benefits Of Surya Namaskar | सूर्यनमस्कार करने की विधि और फायदे

सूर्यनमस्कार (Surya Namaskar) एक प्रकार का योग व्यायाम है जिसमें सूर्य की पूजा करते हुए शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विभिन्न आसन किए जाते हैं। सूर्यनमस्कार को सुबह सूर्य उदय के समय किया जाता है। 

सूर्य नमस्कार का उद्देश्य सूर्य की पूजा करने के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना भी है।सूर्य नमस्कार के एक सेट में कई सारे आसन होते हैं, तो आइये जानते है, की सूर्यनमस्कार कैसे किया जाता है,और क्या है इसकी सही विधि।

1. प्रणामासन सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं,अब  पैरों को जोड़ कर अपने हाथों को प्रणाम मुद्रा में रखें, जो छाती के सामने होती है।और अब सांस लेते हुए, धीरे से आपकी आँखें बंद करें और सूर्य देव की ओर ध्यान लगाएं।

2.  हस्तउत्तनासन ब प्रणाम मुद्रा से हाथों को ऊपर उठाएं, जैसे कि आप आकाश की ओर बढ़ रहे हैं। अब सांस लें और हाथों को ऊपर उच्च करें, लेकिन कंधों को न झुकाएं।कुछ समय तक इस स्थिति में रुकें और गहरी सांस लें। अब सांस छोड़ें और हाथों को नीचे ले आएं।

3.पादहस्तासन अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और हाथों को नीचे ले जाएं और सिर को जुकाएं, जैसे कि आप पैर की ओर झुक रहे हैं।अब  हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं।  कोशिश करे की, आपका सिर घुटनों से मिला होना चाहिए।

4.अश्व संचलनासन अपने दोनों हाथों को ज़मीन पर रखें और दाया पैर को पीछे की ओर ले जाएं। अब बायाँ पैर को 90 डिग्री कोण पर झुकाएं,और आँखें ऊपर की ओर रखें।

5. दण्डासन अब सांस को धीरे धीरे बाहर छोड़ते हुए अपने दाए पैर को भी पीछे की और ले जाए। ध्यान रहे की दोनों पैरों की एड़िया आपस में मिली हो। अब पीछे की और अपने शरीर को खिचाव दे और अपनी एड़ियों को जमीं पर मिलाने की कोशिश करे. अपने दोनों नितम्बो को अधिक से अधिक ऊपर उठाये और अपनी गर्दन को निचे झुकाये।

 6. अष्टांग नमस्कार अब सांस लेते हुए अपनी हथेलियों, सीने, घुटनों और पैरों को जमीन से मिलाएं। कुछ समय इस अवस्था में रहें।

7. भुजंगासन अब हथेलियों को जमीन पर रखकर अपने पेट को जमीन से मिलाते हुए सिर को पीछे आसमान की ओर जितना हो सके झुकाएं।

 8. पर्वतासन इसके लिए अपने पैरों को जमीन पर सीधा रखें और कूल्हे को ऊपर की ओर उठाएं। सांस छोड़ते हुए कंधों को सीधा रखें और सिर को अंदर की तरफ रखें।आपके शारीरिक स्थिति को एक पर्वत की तरह बनाए रखें।

9. अश्व संचलनासन अपने दोनों हाथों को ज़मीन पर रखें और बायाँ पैर को पीछे की ओर ले जाएं। अब दाया पैर को 90 डिग्री कोण पर झुकाएं,और आँखें ऊपर की ओर रखें।

10. पादहस्तासन अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और हाथों को नीचे ले जाएं और सिर को जुकाएं, जैसे कि आप पैर की ओर झुक रहे हैं।अब  हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं। कोशिश करे की, आपका सिर घुटनों से मिला होना चाहिए।

11.  हस्तउत्तनासन अब प्रणाम मुद्रा से हाथों को ऊपर उठाएं, जैसे कि आप आकाश की ओर बढ़ रहे हैं। अब सांस लें और हाथों को ऊपर उच्च करें, लेकिन कंधों को न झुकाएं।  कुछ समय तक इस स्थिति में रुकें और गहरी सांस लें। अब सांस छोड़ें और हाथों को नीचे ले आएं।

12. प्रणामासन सीधे खड़े हो जाएं,अब  पैरों को जोड़ कर अपने हाथों को प्रणाम मुद्रा में रखें, जो छाती के सामने होती है। और अब सांस लेते हुए, धीरे से आपकी आँखें बंद करें और सूर्य देव की ओर ध्यान लगाएं।