चंद्र ग्रहण तिथी: ५ मई २०२३. चंद्र ग्रहण आरंभ: रात ८:४४ चंद्र ग्रहण समाप्ती: रात १:०१ बजे.
आध्यात्ममे चंद्र ग्रहण को अशुभ माना गया है ग्रहण के दौरान चंद्रमा से निकलने वाली ultraviolet किरणें हमारे शरीर के लिए अपायकारक हो सकती है.
आंखे: ग्रहण के समय चंद्रमा से निकलती Ultraviolet किरणे हमारी आँखों को अपाय पोहोचा सकती है, कहा जाता है इससे आँखों की रौशनी तक चली जाती है. बेहतर है के ग्रहण के समय चांद को न देखे.
पेट: ग्रहण के समय खाना पकाना और उसे खाना दोनों भी व्यर्ज माना गया है, इस दौरान खाना खाने से शरीर की पाचन क्रिया पे बुरा असर होकर पेट ख़राब होनेकी आशंका बनती है.
गर्भवती महिलाएं: कहा जाता है के चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा खराब प्रभाव pregnant महिलाओंके गर्भ पे पड़ता है.
गर्भवती महिलाएं: ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं खाना बिलकुल न खाये और सभी पथ्य जो किसी भी ग्रहण के दौरान पाले जाते है उन पथ्यो का पालन अवश्य करे.
ग्रहण के दौरान निचे बताये मंत्रो का पाठ करना लाभदायक मन गया है. -गायत्री मंत्र -महामृत्युंजय मंत्र -शिव चालीसा