पेट में शुष्क मल का जमा होने की स्तिथि को ही कब्ज ( constipation ) कहते है। कब्ज एक स्वास्थ्य स्थिति है जिसमें व्यक्ति को मल (शौच) करने में कठिनाई होती है। उन्हें नियमित रूप और सही रूप से मलत्याग करने में काफी परेशानी होती है। और साधारण व्यक्तियों के मुकाबले कब्ज से पीड़ित लोगों को मलत्याग करने में काफी जोर लगाना पड़ता है। जिन व्यक्तियों को अक्सर कब्ज की शिकायत होती है उनका पाचनतंत्र ख़राब रहता है ,अक्सर उन्हें पेट में गैस बनने की शिकायत रहती है। वही कुछ कुछ व्यक्तियों को खाया हुआ खाना पचने में परेशानी होती है। आजकल कब्ज की शिकायतें बच्चों में और युवाओं में बढ़ती जा रही है, काफी सारे लोग 2 या 3 तक शौच नहीं कर पाते है।
इससे उनका पाचनतंत्र भी प्रभावित हो जाता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति को ठंडे और गाढ़े मल को निकालने में परेशानी होती है, जिससे उन्हें पेट में बहुत कई घंटे तक आराम नहीं मिलता है। यह सामान्यत: अपशिष्ट आहार, पानी की कमी, और अन्य कई कारणों से हो सकता है। अगर कब्ज का जल्दी उपचार नहीं किया तो इससे हमारे शरीर में अनेक विकार उत्पन्न होने लगते है। जिन्हे कब्ज ( constipation ) होता है उस व्यक्ति को दिन में दो बार यानि सुबह और शाम को भी शौच को जाना ही चाहिए तो ही उनका पेट अंदर से साफ़ रह सकता है।
क्यों होता है कब्ज ? – Constipation: Reasons and causes
कब्ज का मुख्य कारण यह होता है कि आपके पाचन तंत्र में मल का संग्रहण हो जाता है और उसे निकालने में कठिनाई होती है। यह विभिन्न कारणों से हो सकता है , जैसे की..
- अधिक तला हुआ, मसालेदार, और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन करना या अपर्याप्त पानी पीना कब्ज के कारण हो सकता है।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीना मल को शुद्ध और सुचारु रूप से बाहर निकालने में मदद करता है। अगर शरीर में पानी की कमी हो, तो मल शुष्क हो जाता है और कब्ज होती है।
- फाइबर युक्त आहार मल को निकालने में मदद करता है। अगर आपका आहार कम फाइबर युक्त है, तो यह कब्ज का कारण बन सकता है।
- अगर आप अधिक समय तक बैठे रहते हैं और कम हिलते हैं, तो आपकी पेट की क्रिया में कमी हो सकती है जिससे कब्ज हो सकती है।
- कई बार शारीरिक समस्याएं जैसे कि थायराइड, डायबिटीज, या आंतरिक रोग भी कब्ज का कारण बन सकती हैं।
- अगर आप जरा भी एक्सरसाइज ,योग ,जॉगिंग,रनिंग या कोई फिजिकल एक्टिविटीज जिसमे आपकी बॉडी की मूवमेंट हो वो नहीं करते ,तो भी आपको कब्ज की शिकायत हो सकती है ।
- कब्ज़ हमारे शरीर में वात के बढ़ने से भी होती है।
- आयुर्वेद के अनुसार वात प्रकृति वाले व्यक्तियों को कब्ज़ होने की संभावना ज्यादा होती है।
- कब्ज़ का मूलभूत कारण हमारा भोजन है। अगर भोजन में फाइबर और तरल पर्दार्थों की कमी होगी तो हमारे मल को शरीर से बाहर निकलने में परेशानी होगी ।
कब्ज के लक्षण : Symptoms Of Constipation
1.मल त्याग करने में कठिनाई: जिन व्यक्तियों को कब्ज की शिकायत होती है उन्हें मल त्याग करने में सामान्य से अधिक कठिनाई और सूजन का अहसास होता है।
2.पेट में गैस होना : कब्ज के कारण पेट में बार बार गैस का उत्पन्न होता और आप अपने आप को भरा हुआ महसूस करते है।
3.नियमित मल त्याग करने में परेशानी : कब्ज से पीड़ित लोगों को रोजाना मल त्याग करने में कमी होना ये भी एक कब्ज होने का लक्षण हो सकता है।
4.पेट में दर्द होना : पेट में दर्द होना या असहजता महसूस होना।
5.नींद में बाधा: कब्ज के कारण व्यक्ति को अच्छी नींद आने में काफी दिक्कते आती है।
कब्ज के प्रकार और उनके उपाय : Types Of Constipation And Their Remedies.
1.कड़क कब्ज : Hard Stool
- हलके गर्म तिल के तेल से एनिमा लेनेपर आपको इस कब्ज से तुरंत रहत मिलेगी।
- शारीरिक स्नान (Oil Massage): तिल के तेल का उपयोग शारीरिक स्नान के दौरान किया जा सकता है। इसके लिए, तिल के तेल को हल्के गरम करके लें और इसे शरीर पर मालिश करें। इससे शरीर की संबंधित क्षेत्रों की स्नायुओं को सुधार मिलता है और मल को बाहर निकालने में मदद हो सकती है।
- तिल के तेल का सेवन: तिल के तेल को खाना बनाने में भी उपयोग किया जा सकता है या आप उसे सलाद में भी इस्तेमाल कर सकते है। यह आपकी आहार में फाइबर और अन्य पोषक तत्वों को बढ़ा सकता है, जो कब्ज को कम करने में मदद कर सकता है।
- तिल का तेल का गरारा (Oil Pulling): तिल के तेल का गरारा करने से भी मलाशय में सुधार हो सकता है, जिससे आपको कब्ज में लाभ हो सकता है।
- अपने पेट पर तिल के तेल से मालिश करे उससे भी आपको कब्ज में आराम मिलता है।
2.पुरानी कब्ज : Chronic Constipation
- त्रिफला (Triphala) एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक उपाय है जो पुरानी कब्ज को कम करने में मदद कर सकता है। त्रिफला तीन फलों से बनता है – आमला, हरिताकी, और बिभीतकी। यह प्राकृतिक रूप से मल की आच्छादन को संतुलित करने में मदद करता है और आपके पाचन को सुधारता है। यह जिगर, आंत, और मल संबंधित समस्याओं के लिए भी काफी लाभकारी है।
- अगर आप पुरानी कब्ज से काफी पीड़ित है तो आप त्रिफला का सेवन कर सकते है ,इसक सेवन से आपको आराम मिलेगा। रोजाना रात को सोने से पहले, एक छोटी चम्मच त्रिफला पाउडर को गरम पानी के साथ लें। इससे पाचन को सुधारने में मदद होती है और मल की आच्छादन को बढ़ावा मिलता है।
- एक छोटी चम्मच त्रिफला पाउडर को एक कप पानी में मिलाएं और उबालें। अब इस काढ़े को ठंडा होने के बाद शहद के साथ पिएं।
- आप त्रिफला पाउडर को घी में मिलाएं और इसे गरम करें। रोजाना रात को सोने से पहले एक छोटी चम्मच त्रिफला घृत लें।
त्रिफला चूर्ण को नाभि के चारों ओर मालिश करें। इससे आपके पेट की क्रिया बेहतर होती है और कब्ज में राहत मिलती है।
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1.वात युक्त शरीर
- जिन व्यक्तियों का शरीर वात युक्त होता है उनके लिए तिल का तेल अच्छा होता है। वात युक्त शरीर वालों के लिए हलके गर्म तिल के तेल से एनिमा लेनेपर उन्हें कब्ज से तुरंत राहत मिलेगी।
- रात को सोते समय दूध के साथ अलसी के बीज यानि flax seeds लेना आपके लिए काफी फायदेमंद होगा।
2.पित्त युक्त शरीर
- पित्त युक्त शरीर वालों में कब्ज का मूल कारन होता है पित्त की अधिकता। इसके कारन आपको इंफ्लमैशन होता है।
- पित्त युक्त शरीर में ज्यादातर पेट और छोटी आंत ये दो जगह ऐसी है जहा पित्त सबसे अधिक पाया जाता है।
- पित्त दोष के लिए नीम काफी फायदेमंद होता है।
- नीम के पत्तों का सेवन करने से पित्त दोष में आराम मिलता है और आपके छोटी आंत की इंफ्लमैशन कम होती है जिसके कारन वह से मल को आगे बढ़ने में काफी आसानी होती है।
3.कफ युक्त शरीर
- कफ युक्त शरीर में कफ को नियंत्रित करनेवाले आहार पर ध्यान दिया जाता है।
- जैसे की कच्ची सब्जिया, बासमती चावल, फलों में केला,सेब,अंगूर का सेवन काफी लाभदायक होता है।
- जो लोग कफ प्रवृत्ति के है उन्हें कभी भी जुलाब प्रेरक पदार्थ नहीं लेने चाहिए।
- अपने भोजन में फायबर युक्त पदार्थों का सेवन करे जिससे आपको कब्ज की शिकायत नहीं होगी।
कब्ज न हो इसके लिए कुछ बेसिक टिप्स : Basic Tips For Constipation.
अपने आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जैसे कि फल, सब्जियां, दालें, और अनाज। फाइबर युक्त आहार मल को अच्छे से त्यागने में मदद करता है।
1.चाय,कॉफ़ी ,कोल्डड्रिंक का सेवन : जिन व्यक्तियों को अक्सर कब्ज कीशिकायत होती है उन्हें चाय, कॉफ़ी या कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन नहीं करना चाहिए इनसे आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है ,इसके सेवन से हमारे शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाता है।
2.आहार: कब्ज की शिकायत हो तो पर्याप्त पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। क्यों की हाइड्रेटेड रहना मल को शुद्ध बनाए रखने में मदद करता है।
3.नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करना पेट की क्रिया को सुधारता है और मल को निकालने में मदद करता है।
4.नियमित दिनचर्या: नियमित दिनचर्या बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है। ठीक समय पर खाना खाना और ठीक समय पर सोना बहुत महत्वपूर्ण है।
5.स्थिर बैठकर काम करना: लंबे समय तक स्थिरता में बैठकर काम करने से पेट की क्रिया में कमी हो सकती है, जिससे कब्ज हो सकती है। नियमित अंतरालों में खड़े होकर या टहलने से भी यह समस्या से बचा जा सकता है।
6.जंक फ़ूड : तला हुआ, तेलीय, और मसालेदार खाद्य पदार्थों की कमी करें और स्वस्थ आहार को प्राथमिकता दें।
7.सही तरीके से बैठना: सीधे और सही तरीके से बैठकर खाना खाने और काम करने से पेट की समस्याएं कम हो सकती हैं।
इन टिप्स को अपनाकर आप कब्ज से बच सकते हैं। यदि आपको इस समस्या में सुधार नहीं मिलता है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित है तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर ले और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय ले।